श्री राम के बिना कैसी दीवाली ??
कभी गम्भीरता से सोचा ही नही , जानते हुए भी बस लकीर के फकीर बने एक परम्परा का निर्वाह करते रहे !!
योगीजी के आने के बाद निद्रा से जागे और ज्ञान चक्षु खुले 😀
योगीजी ने अयोध्या को सजा-सँवार दीपों का महत्व और बढ़ा दिया, एक-एक दीप का अर्थ बता दिया, होने वाले प्रकाश को दिशा दे दी
मोदीजी ने एक दीप सीमा प्रहरियों के नाम जलाने की अपील कर दीवाली को सचमुच प्रकाशित और उत्साहित बना दिया
दीपों का त्यौहार हर वर्ष इसी तरह उत्साह से मनाते रहें
प्रकाश फैलाते रहें
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
#जयश्रीराम
#Deepavali
#अयोध्या_नगरी
कभी गम्भीरता से सोचा ही नही , जानते हुए भी बस लकीर के फकीर बने एक परम्परा का निर्वाह करते रहे !!
योगीजी के आने के बाद निद्रा से जागे और ज्ञान चक्षु खुले 😀
योगीजी ने अयोध्या को सजा-सँवार दीपों का महत्व और बढ़ा दिया, एक-एक दीप का अर्थ बता दिया, होने वाले प्रकाश को दिशा दे दी
मोदीजी ने एक दीप सीमा प्रहरियों के नाम जलाने की अपील कर दीवाली को सचमुच प्रकाशित और उत्साहित बना दिया
दीपों का त्यौहार हर वर्ष इसी तरह उत्साह से मनाते रहें
प्रकाश फैलाते रहें
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
#जयश्रीराम
#Deepavali
#अयोध्या_नगरी
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (29-10-2019) को "भइया-दोयज पर्व" (चर्चा अंक- 3503) पर भी होगी।
ReplyDelete--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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दीपावली के पंच पर्वों की शृंखला में गोवर्धनपूजा की
हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'