होली का हुड्दंग--
१-दहन हो गया बैर-भाव का रात होलिका संग
कई रंग के साथ में ,भंग की तरंग
२-दही-बड़े मिल रहे गले, स्वाद नया बनाए
रंगों के त्योहार को ,आओ मिल मनाएं
३- साथ-साथ में दिख रहे , कई रंग के गुलाल
माथे पर लगते मिटे ,मन के सभी मलाल
४- बिखर रहा है इधर-उधर , सात रंगों का प्यार
पिचकारी की कह रही सतरंगी बौछार
५- -थोडा सा गुलाल यहाँ ,सब के लिए ले आई
सतरंगी त्योहार की ,सब मित्रों को बधाई
६--होली पर हम व्यस्त हैं ,काम -काम और काम
आशीष सभी छोटो को ,बड़ों को प्रणाम .........................
आप सभी मित्रों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं .........
होली जम कर मनाएं और सुरक्षित मनाएं ......
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