मित्र ,कोई दूर, कोई बहुत पास
मित्रता बहुत सुंदर भाव ।
जीवन के कई कदम ,कई राह , कई पड़ाव
और एक नही अनेकों मित्र !
कुछ अच्छे , कुछ सच्चे , कुछ बहुत ही विशेष !
बचपन में कुछ मिले और बिछुड़ गये
जिनके बस नाम और धुँधली स्मृतियों में
कुट्टा-अब्बा सहित साथ बिताये पल हैं पास ।
कुछ संजो गये अतीत मे सुनहरी यादें
जो हैं आज भी साथ
वर्तमान में बहुत सारे मित्र, आभासी संसार से लेकर वास्तविकता तक यहीं हैं आस-पास :-)
समय चक्र घूमते हुये अपने अनुसार
परिभाषित कर देता है नये कलेवर , नये रंग-रुप में लेकिन मूल भाव तो वही है -
मित्रता का , दोस्ती का अपनत्व का :-)
सभी मित्रों को शुभकामनायें
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