Thursday, 16 April 2020

स्वादिष्ट व्यंजन

हमारी माता श्री भी सदैव घर के बनाये #व्यंजन से अतिथि स्वागत करतीं थीं
घर से कुछ साधन जुटा बढ़िया चटनी भी तैयार कर देतीं थीं 
मीठा हो या नमकीन बनता घर पर ही था
एक तो उन्हें लगता ये संतुष्टि देता है 
समय भी होता था
दूसरा कारण ये भी था कि बाहर मिठाई आदि के अलावा बहुत कुछ मिलता भी नही था

महत्वपूर्ण ये कि पहले घर पर किसी के आ जाने पर घर के बने व्यंजन ही परोसे जाते थे
पकौड़ी, हलुआ,मठरी, साखें ,दही बड़े कुछ भी बनाओ और खिलाओ #अतिथि को

समय के साथ साथ परिवर्तन आते चले गए
घर पर बनने वाले पदार्थ भी आधुनिक हो गए और
व्यस्तता के चलते बाहर की वस्तुओं पर निर्भरता बढ़ती चली गयी
आज इस वैश्विक संकट कोरोना ने जीवन बदल कर रख दिया है
आज-कल फेसबुक, वाट्सएप पर तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों की बहार है 
खाने के अलावा 'वाने' ने तो वातावरण सुगन्धित कर दिया है😊
सभी सपरिवार उन्ही खाद्य पदार्थों का आनंद उठा रहे है जिनके चटकारे शाम को ठेले पर कोई मित्र मंडली के साथ ,तो कोई परिवार के साथ लेता था

लोग पाक कला को निखार रहे हैं
समय बहुत कुछ सिखा रहा है, वास्तव में समय से बड़ा कोई शिक्षक नही
कोरोना को तो जाना है और चला ही जायेगा 
परन्तु एक सकारात्मक परिवर्तन लोगो के जीवन में, उनकी सोच में अवश्य आ जायेगा
जो समय की मांग भी है
ईश्वर इस संकट को शीघ्र टालो 🙏🙏
कुछ सुगन्धित स्वादिष्ट चित्र 🙏