Saturday 23 August 2014

मैं मुंबई से प्रभलीन------------

कल रात (23.8.14) रात 12.4 का समय था लाईट नहीं थी , मैं  यूँही फोन पर FB खोल रही थी ...........
अचानक फोन बज उठा ........मैंने उठाया ............
हेल्लो ....
आप अरुणा जी बोल रही हैं ......?
जी ....
आप अरुणा सक्सेना जी बोल रही हैं .....?
जी हाँ ..........आप ???
मैं मुंबई से प्रभलीन संधू बात कर रही हूँ ....(एक मीठी आवाज़ )........!!!!!!
मैं हैरान ..!!!!!!        .....क्या ??
कोई मज़ाक तो नहीं ......?????....सच में प्रभलीन संधू ...??
हाँ जी कोई मज़ाक नहीं ,सच है मैं आप से बात कर रही हूँ ...........
और अगले आधे घंटे मेरे पैर ज़मीन पर नहीं थे .........
मैंने किस तरह बात की ,क्या कहा ....कुछ याद नहीं
हाँ उसने मेरे बनाए पेज की प्रशंसा में ज़रूर कहा ....
अपने कुछ ख़ास प्रशंसकों 'शुभम श्रीवास्तव' ,
'निधि भूषण' और 'दीक्षा शर्मा' को याद किया ..........
उसने बताया कि अज तक उसने "आपकि अंतरा" नहीं देखा
'हम तो काम करते हैं और बस' ....................:)
है न कमाल ........?????
मैंने कहा अगर तुम टी वी पर आओगी तो तुम्हारे फेन ज़्यादा खुश होंगे ....
बोली ............'आफ़र तो हैं पर अभी मैं फिल्म करना चाहती हूँ' ..........

............करीब 30 मिनट बात हुई
लेकिन मेरे लिए वो आधा घंटा  बड़ा 
महत्वपूर्ण .......स्मरणीय........स्वर्णाक्षरों में लिखा जाने वाला रहा .....:)
#Prabhlein Sandhu
तुमने मेरे प्यार और अपनेपन का बहुत खूबसूरत सिला दिया प्रिन्सिज़ !!!
बड़ा प्यारा था तुम्हारा सरप्राइज़ , बहुत ही बढ़िया
तुमने जो कुछ किया लाजवाब था हमेशा की तरह..|
मुझे एक अनमोल सौगात दी..........:)















..............प्रभलींन के संपर्क में मैं करीब चार साल से हूँ ,
करीब और करीब होती जा रही हूँ हमेशा उसे मैसेज करती हूँ, वो भी अक्सर जवाब देती है 
कई बार मैसेज पर बात करती है .........
मैं हमेशा उससे अनौपचारिक बात करती हूँ .....
कल भी मैंने उससे बिना किसी ओपचारिकता के बात की
मुझे पूरा सम्मान देती है .....
मुझे लगा ही नहीं मैंने तुमसे पहली बार बात की प्रभलीन....:)
हाँ बहुत कुछ था कहने को पर ज़्यादा कह नहीं पायी .........ऐसा होता है अक्सर .......!!
बहुत दिन से उससे मिलने या फोन पर बात करने का मन था....
एक सपना है वो मेरे घर आये लेकिन ..लेकिन ...लेकिन .........
मिलना तो अभी संभव नहीं था मैंने उससे फोन पर बात करने की इच्छा ज़ाहिर की और कल अचानक वो दिन आ गया

एक बात कहूँ # Prabhlein Sandhu मुझे विश्वास था कि एक दिन ऐसे ज़रूर आएगा
 कब .........? ?     ये नहीं मालूम था .....:)
बस एक ही बात कहनी है कि तुम सही मायने में सैलिब्रिटी हो ....:)
 तुम्हारी निगाहें  आसमान पर और कदम ज़मीन पर हैं .......
जो सफलता का मूल मंत्र है .....
मैं खुश ......बहुत खुश  तुम्हारे लिए ...........













शुक्रिया , .धन्यवाद , आभार प्रिन्सिज़ .
मुझे याद करने के लिए .मेरी एक इच्छा को पूरा करने के लिए ......

सचमुच बहुत अच्छी हो तुम ............बस ऐसे ही कभी -कभी याद करती रहना ..:).....
और तुम्हारी एक अमानत है मेरे पास ........

'मेरे हाथ का प्यार से बना खाना !!!!
स्वाद हो न हो पर प्यार से और मन से बना हुआ'............

वो अमानत तो तुम्हे ले ही जानी होगी कभी न कभी देखते हैं कब आता है वो दिन .......??????..............हा हा हा ......... 
मेरा ढेर सारा प्यार और शुभकामनाएं हमेशा तुम्हारे साथ हैं, हमेशा रहेंगी .......
अपने क्षेत्र में आगे , आगे और और आगे बढती जाओ ........खूब नाम कमाओ ...........:))))))

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