अभी रोहित सरदाना के आंकड़े सुन रही थी कि लॉकडाउन बढ़ेगा या खुलेगा ?
सुन कर लगा सरकार ने बढाया भी तो ज़्यादा से ज़्यादा 15 दिन या एक माह लेकिन इतने दिन में भी कोरोना तो जाएगा नही
बाहर तो निकलेंगे ही, कब तक बैठे रहेंगे
अब ये हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन जायेगा
मास्क, ग्लव्स ,सेनेटाइजर या हाथ धोने की कोई भी व्यवस्था, सामाजिक दूरियां सब को अपनाना होगा
बहुत समय के लिए ये जिंदगी का हिस्सा बन गया है
पुराने समय में अनेक लाइलाज बीमारी आयी, महामारी बनी और गहरा असर छोड़ चली गईं
हम अभ्यस्त हो गए, फिर उनका इलाज भी मिला
अब ये भी अनेक बीमारियों के बीच नया अदृश्य अनचाहा मेहमान है , जो गले पड़ गया है लेकिन हमें इससे
बच कर रहना है
इसके साइड इफेक्ट्स भी मुंह बाए बड़ी समस्या बन सामने खड़े हैं , उनसे भी निपटना है , वो भी बड़ी चुनौती है
कुल मिला कर विश्व भर के जीवन मूल्यों को बदलने वाले अदृश्य हमलावर का सामना करने के लिए मानसिकता मजबूत करनी होगी
जब भी बाहर निकलेंगे सावधानी से
हमलावर अदृश्य है , खतरनाक है
ईश्वर को मानते हैं तो उन पर विश्वास बनाये रखना होगा
परिणाम अच्छा हो , सुखद हो
इसी आशा के साथ 🙏🙏❤️❤️
#कोरोना_को_हराना_है
#लॉकडाउन
सार्थक सन्देश
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